शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

Saubhagya Sundari व्रत तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व

सौभाग्य सुंदरी व्रत 2022: जानिए कब है सौभाग्य सुंदरी व्रत; तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व



सौभाग्य सुंदरी व्रत: सौभाग्य सुंदरी व्रत का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है. यह व्रत हर साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया को किया जाता है. जो इस बार 11 नवंबर को रखा जाएगा। इस दिन देवी पार्वती और बोनाथ की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो विवाहित महिलाएं इस व्रत को करती हैं उन्हें अखंड सौभाग्य और सुंदरता का आशीर्वाद मिलता है। पूजा मुहूर्त और सौभाग्य सुंदरी व्रत का महत्व...

पंचांग के अनुसार इस वर्ष मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 10 नवंबर को शाम 06.31 बजे से शुरू हो रही है और अगले दिन 11 नवंबर को रात 8.17 बजे समाप्त होगी. इसलिए उदयतिथि के अनुसार सौभाग्य सुंदरी का व्रत 11 नवंबर को रखा जाएगा.


पूजा का शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त: सुबह 9.22 से 10.43 बजे तक

शुभ मुहूर्त दोपहर में: दोपहर 12:4 बजे से दोपहर 1:25 बजे तक

स्नान के पानी में कुछ चीजों को मिलाया जाए तो भाग्य उदय हो सकता है. 

2 शुभ योग बन रहे हैं

भविष्य पंचांग के अनुसार इस वर्ष सौभाग्य सुंदरी व्रत पर शिव योग और सिद्ध योग बन रहे हैं। शिव योग सुबह से रात 09:30 बजे तक है। इसके बाद सिद्धयोग शुरू होगा। शुभ कार्यों के लिए शिव और सिद्ध योग को शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन का महत्व विशेष बढ़ गया है।

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महत्व और पूजा की विधि

इस दिन सुबह जल्दी उठकर साफ कपड़े पहनें। साथ ही पूजा स्थल पर रखी चौकी पर माता पार्वती और भोलेनाथ की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद उनका षोडशोपचार करें। भगवान शिव को भांग, धतूरा और बेलपत्र चढ़ाएं। सौभाग्य सुंदरी व्रत पति की लंबी उम्र और सौभाग्य के लिए रखा जाता है। 

इस दिन देवी पार्वती को मिठाई का भोग लगाया जाता है। साथ ही भगवान शिव का अभिषेक भी किया जाता है। इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

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