विनायक चतुर्थी: शुक्रवार को मनाई जा रही है
जानिए शुभ मुहूर्त और व्रत का महत्व
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त
विनायक चतुर्थी का व्रत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. विनायक चतुर्थी व्रत शुक्रवार, 28 अक्टूबर को है। इस दिन भगवान गणेश जी का उपवास और पूजा करने की परंपरा है।
भगवान गणेश की पूजा इस दिन दोपहर तक करनी चाहिए। विनायक चतुर्थी पर चंद्र दर्शन वर्जित है। माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा को देखने से कलंक आता है।
जानते हैं व्रत तिथि, पूजा मुहूर्त और चंद्रोदय समय के बारे में
विनायक चतुर्थी कब है?
पंचांग अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 28 अक्टूबर शुक्रवार को प्रात: 10.33 से प्रारंभ होकर 29 अक्टूबर को प्रातः 08:13 बजे समाप्त होगी. दोपहर के समय गणपति की पूजा करने से लाभ होगा। विनायक चतुर्थी 28 अक्टूबर को मनाई जानी चाहिए।
विनायक चतुर्थी 2022 पूजा मुहूर्त
28 अक्टूबर विनायक चतुर्थी व्रत का शुभ मुहूर्त प्रातः 10:58 बजे से दोपहर 1:12 बजे तक है. इस मुहूर्त में विनायक चतुर्थी का व्रत करना चाहिए.
विनायक चतुर्थी में बनता है शुभ योग
विनायक चतुर्थी व्रत के दिन प्रातः से अगले दिन 29 अक्टूबर, शनिवार को प्रातः 01:30 बजे तक शोभना योग होता है। इस दिन सुबह 06:30 बजे से 10:42 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
29 अक्टूबर को सुबह 10:42 बजे से 06:31 बजे तक रवि योग है। ये तीनों योग शुभ कार्यों के लिए शुभ होते हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कार्य सफल होता है। रवि योग अशुभता को दूर कर शुभ फल देता है।
विनायक चतुर्थी 2022 चंद्रोदय
विनायक चतुर्थी व्रत के दिन सुबह 9:25 बजे चंद्रमा उदय होगा। शुक्ल पक्ष के दौरान चंद्रमा दिन या शाम को जल्दी उगता है, कोशिश करनी चाहिए कि पूजा पूरी करने के बाद चंद्रमा की ओर न देखें।
विनायक चतुर्थी का महत्व
विनायक चतुर्थी का व्रत और भगवान गणेश की पूजा करने से कठिनाइयां दूर होती हैं और गणपति बप्पा की कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही भगवान गणेश की कृपा से काम में सफलता मिलती है।