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बुधवार, 2 नवंबर 2022

Dev Diwali 2022: शुभ मुहूर्त और महत्व दो योगों का महासंयोग

नवंबर 02, 2022 0

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन देव दीपावली

पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व 


हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है. गंगा नदी के तट पर वाराणसी में विशेष रूप से पूजा और दीपदान किया जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और मां गंगा की कृपा भी प्राप्त होती है। 



इस दिन दीपों की रोशनी से काशी के सभी मंदिर और घाट जगमगाते हैं। धार्मिक मान्यताओंनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी देवी-देवता काशी में दीपक जलाते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। 

ज्योतिष अनुसार देव दीपावली की तिथि और समय के बारे में जानते हैं। देव दीपावली तिथि 2022 हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 07 नवंबर सोमवार को सायं 04:15 बजे से प्रारंभ हो रही है और यह तिथि अगले दिन 08 नवंबर को सायं 04.31 बजे तक रहेगी. देव के लिए दीपावली, कार्तिक पूर्णिमा तिथि को प्रदोष काल में 07 नवंबर को मुहूर्त प्राप्त हो रहा है, इसलिए 07 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी

देव दीपावली मुहूर्त 2022 

शुभ मुहूर्त 07 नवंबर को देव दीपावली शाम 05:14 से शाम 07:49 तक है. इस दिन देव दीपावली के लिए ढाई घंटे से अधिक का शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है. सिद्ध और रवि योग में देव दीपावली देव दीपावली के अवसर पर रवि योग और सिद्ध योग बन रहे हैं। 

सिद्ध योग 07 नवंबर को सुबह से 10.37 मिनट तक है। इस दिन रवि योग सुबह 06:37 से रात 12:37 तक है। ये दोनों योग शुभ कार्यों के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं।
 


देव दीपावली का धार्मिक महत्व पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब त्रिपुरसुर राक्षस के अत्याचार और अधर्म के कारण तीनों लोकों में हाहाकार मच गया, तो सभी देवताओं ने भगवान शिव से इससे छुटकारा पाने की प्रार्थना की। 

कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। इससे प्रसन्न होकर सभी देवी-देवता भगवान शिव की नगरी काशी में आ गए। सभी ने जश्न मनाया और दीपदान किया। तब से हर साल कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है। 


माना जाता है कि हर साल कार्तिक पूर्णिमा को सभी देवी-देवता काशी आते हैं और दीप दान करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को काशी में शिव की पूजा और दीपदान का विशेष महत्व है।

शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2022

Kartik Purnima 2022: कब है जानिए मुहूर्त एवं पूजा की विधि

अक्टूबर 28, 2022 0

कार्तिक पूर्णिमा 2022: कब है कार्तिक पूर्णिमा

जानिए मुहूर्त, पूजा की विधि और पौराणिक कथा



कार्तिक पूर्णिमा 2022: इस बार कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर 2022 को पड़ रही है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।

कार्तिक पूर्णिमा 2022 मुहूर्त

ज्योतिष के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा तिथि 7 नवंबर को शाम 4.15 बजे से शुरू होकर अगले दिन 8 नवंबर को शाम 4.31 बजे समाप्त होगी.

कार्तिक पूर्णिमा 2022 पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करें। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। भगवान विष्णु और तुलसी की पूजा का महत्व बताया गया है। उगते सूर्य को भी अर्घ्य देना चाहिए। मान्यता के अनुसार इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

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कार्तिक पूर्णिमा की पौराणिक कथा

एक पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने शंखसुर राक्षस का वध करने के लिए मत्यस्यवर लिया था। दीप दान का भी इस दिन बहुत महत्व है। 

त्रिपुर नामक राक्षस की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा ने उनसे वरदान मांगने को कहा। उसने वरदान मांगा कि वह किसी देवता और मनुष्य के हाथों न मरे। ब्रह्मा जी ने उन्हें ऐसा वरदान दिया था।
 
इसके बाद सभी उसके अत्याचारों से परेशान हो गए और उन्होंने कैलाश पर हमला भी कर दिया। बाद में भगवान शिव ने भगवान विष्णु की सहायता से उसका वध कर दिया।


कार्तिक पूर्णिमा के उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं। तुलसी को सौंदर्य प्रसाधन चढ़ाएं। 

इस दिन तुलसी विवाह भी किया जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन विधि-विधान से तुलसी की पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।