कार्तिक पूर्णिमा 2022: कब है कार्तिक पूर्णिमा
जानिए मुहूर्त, पूजा की विधि और पौराणिक कथा
कार्तिक पूर्णिमा 2022 मुहूर्त
ज्योतिष के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा तिथि 7 नवंबर को शाम 4.15 बजे से शुरू होकर अगले दिन 8 नवंबर को शाम 4.31 बजे समाप्त होगी.
कार्तिक पूर्णिमा 2022 पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करें। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। भगवान विष्णु और तुलसी की पूजा का महत्व बताया गया है। उगते सूर्य को भी अर्घ्य देना चाहिए। मान्यता के अनुसार इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
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कार्तिक पूर्णिमा की पौराणिक कथा
एक पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने शंखसुर राक्षस का वध करने के लिए मत्यस्यवर लिया था। दीप दान का भी इस दिन बहुत महत्व है।
त्रिपुर नामक राक्षस की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा ने उनसे वरदान मांगने को कहा। उसने वरदान मांगा कि वह किसी देवता और मनुष्य के हाथों न मरे। ब्रह्मा जी ने उन्हें ऐसा वरदान दिया था।
इसके बाद सभी उसके अत्याचारों से परेशान हो गए और उन्होंने कैलाश पर हमला भी कर दिया। बाद में भगवान शिव ने भगवान विष्णु की सहायता से उसका वध कर दिया।
कार्तिक पूर्णिमा के उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं। तुलसी को सौंदर्य प्रसाधन चढ़ाएं।
इस दिन तुलसी विवाह भी किया जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन विधि-विधान से तुलसी की पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
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