हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 की रात 11:24 मिनट से शुरू होगी। ये 15 अक्टूबर की दोपहर 12:32 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी।
शारदीय नवरात्रि 2023 का समापन कब होगा?
शारदीय नवरात्रि 2023 का समापन 23 अक्टूबर 2023 को होगा। इस दिन दशहरा या विजयादशमी का त्योहार मनाया जाएगा।
शारदीय नवरात्रि 2023 के घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
शारदीय नवरात्रि 2023 के घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर 2023 को सुबह 11:48 मिनट से दोपहर 12:36 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में कलश स्थापना करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शारदीय नवरात्रि 2023 की पूजा विधि
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन, घर में या मंदिर में कलश स्थापना की जाती है। कलश स्थापना के लिए तांबे का कलश, मिट्टी का घड़ा, सफेद चंदन, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, गंगाजल, मौली, नारियल, पान के पत्ते, सुपारी, दूर्वा, लाल फूल, चावल, धूप, दीप, फल, मिठाई आदि सामग्री की आवश्यकता होती है।
कलश स्थापना के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
- एक साफ स्थान पर मिट्टी का घड़ा स्थापित करें।
- घड़े में तांबे का कलश रखें।
- कलश में गंगाजल भरें।
- कलश के ऊपर चंदन, हल्दी, कुमकुम से स्वास्तिक का निशान बनाएं।
- कलश के चारों ओर मौली बांधें।
- कलश के ऊपर नारियल रखें।
- कलश के सामने पान के पत्ते, सुपारी, दूर्वा रखें।
- कलश के सामने लाल फूल रखें।
- कलश के सामने धूप, दीप, फल, मिठाई अर्पित करें।
- मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें।
शारदीय नवरात्रि 2023 का महत्व
शारदीय नवरात्रि का त्योहार हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस त्योहार में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। इसलिए नवरात्रि को शक्ति और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
शारदीय नवरात्रि में लोग नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस दौरान लोग मां दुर्गा से सुख, समृद्धि और मोक्ष की कामना करते हैं।