रविवार, 20 नवंबर 2022

Utpanna Ekadashi के उपलक्ष पर अवश्य पढ़नी चाहिए यह व्रत कथा

नवंबर 20, 2022 0

उत्पन्ना एकादशी 2022 व्रत कथा

उत्पन्ना एकादशी पर अवश्य पढ़नी चाहिए यह व्रत कथा



उत्पन्ना एकादशी 2022 व्रत कथा: हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी कहते हैं और इस दिन व्रत रखने का विधान है. अन्य एकादशियों की तरह उत्पन्ना एकादशी के दिन भी भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और भगवान कृष्ण की पूजा का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन व्रत के दौरान व्रत कथा का पाठ करना जरूरी है।


उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा

सतयुग में एक चंद्रावती नगरी थी। इस नगर में ब्रह्मवंशज नाडीजंग का शासन करते थे। उनका मुरा नाम का एक बेटा था। वह एक शक्तिशाली राक्षस था और उसने अपनी शक्ति से देवताओं को परेशान कर दिया था। मुर से परेशान होकर सभी देवता भगवान शंकर के पास पहुंचे। सभी देवताओं ने अपनी व्यथा सुनाई और भगवान शंकर से उनकी सहायता करने का अनुरोध किया। भगवान शंकर ने कहा कि इस समस्या का समाधान भगवान विष्णु के पास है। यह सुनकर सभी देवता भगवान विष्णु के पास पहुंचे।


देवताओं ने अपनी व्यथा सुनाई। पूरी कहानी सुनने के बाद भगवान विष्णु ने उन्हें आश्वासन दिया कि मुर निश्चित रूप से पराजित होगा। इसके बाद मुर और भगवान विष्णु के बीच हजारों वर्षों तक युद्ध होता रहा। लेकिन मुर ने हार नहीं मानी।


युद्ध के बीच में जब भगवान विष्णु को नींद आने लगी तो वे बद्रिकाश्रम में हेमवती नामक गुफा में सोने चले गए। मुर भी उनके पीछे गुफा में चला गया। भगवान विष्णु को सोता देखकर जैसे ही मुर ने उन पर वार करने के लिए शस्त्र उठाया, श्री हरि के पास से एक सुंदर कन्या प्रकट हुई जो मुर से लड़ी।


Vivah Panchami 2022 सुखी वैवाहिक जीवन के लिए जानें महत्व 


सुंदरी के वार से मुर बेहोश हो गया, जिसके बाद उसका सिर धड़ से अलग हो गया। इस तरह मुर का अंत हुआ। जब भगवान विष्णु नींद से जागे तो सुंदरता देखकर हैरान रह गए। जिस दिन वह प्रकट हुई थी वह मार्गशीर्ष मास की एकादशी का दिन था, इसलिए भगवान विष्णु ने उसका नाम एकादशी रखा और उससे वरदान मांगने को कहा।


इस एकादशी पर कहा कि हे श्री हरि तेरी माया असीम है। मैं आपसे यह निवेदन करना चाहता हूं कि जो कोई भी एकादशी के दिन व्रत करता है, उसके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। इस पर भगवान विष्णु ने एकादशी को वरदान दिया कि आज से जो कोई भी हर महीने की एकादशी का व्रत करेगा, उसके समस्त पाप नष्ट हो जाएंगे और उसे विष्णुलोक में स्थान प्राप्त होगा। भगवान श्री हरि ने कहा कि सब व्रतों में एकादशी का व्रत मुझे सबसे अधिक प्रिय होगा। तब से लेकर आज तक एकादशी का व्रत किया जाता है।

बुधवार, 16 नवंबर 2022

WhatsApp ला रहा है मिस्ड audio-video कॉल से जुड़ा खास फीचर

नवंबर 16, 2022 0

WhatsApp ला रहा है मिस्ड ऑडियो-वीडियो कॉल फीचर


WhatsApp समय-समय पर अपने प्लेटफॉर्म में नए-नए फीचर जोड़ता रहता है। यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए कंपनी ने हाल ही में कम्युनिटी और दूसरे फीचर्स जोड़े हैं। 

इन फीचर्स को स्टेबल वर्जन पर रिलीज करने से पहले कंपनी बीटा वर्जन पर टेस्ट करती है। ऐसा ही एक फीचर बीटा वर्जन पर स्पॉट किया गया है, जो भविष्य में स्टेबल वर्जन यूजर्स के लिए उपलब्ध हो सकता है।

डेवलपर नए फीचर पर काम कर रहे हैं, जो डू नॉट डिस्टर्ब से जुड़ा है। दरअसल, कई लोग अपने फोन को डीएनडी मोड में रखते हैं। ऐसे में कुछ वॉट्सऐप कॉल मिस हो जाती हैं, इसलिए उनकी जानकारी नहीं मिल पाती है। व्हाट्सएप का नया फीचर आपको इसकी जानकारी देगा। आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स।

Whatsapp का नया फीचर क्या है?

WABetaInfo ने वॉट्सऐप से जुड़ी यह जानकारी शेयर की है। व्हाट्सएप ने कुछ बीटा यूजर्स के लिए एक नया फीचर जारी किया है। जब आपका फोन डू नॉट डिस्टर्ब मोड में होता है तो यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को मिस्ड कॉल के बारे में सूचित करती है।

Samsung Galaxy M33 5G अब मिल रहा है बेहद सस्ता 

आपको 'Silenced by Do Not Disturb' लिखा हुआ मिलेगा। व्हाट्सएप पर आपको आने वाले समय में कई नए फीचर्स मिलेंगे, जो अभी बीटा वर्जन में हैं। उपयोगकर्ता अपने भेजे गए संदेशों को संपादित करने में सक्षम होंगे।

कई अन्य फीचर्स पर भी काम चल रहा है

व्हाट्सएप नोटिफिकेशन पर काम कर रहा है। दरअसल, कई बार व्हाट्सएप ग्रुप में बार-बार नोटिफिकेशन आने से यूजर्स परेशान हो जाते हैं। हालांकि, यूजर्स चाहें तो किसी भी ग्रुप को म्यूट कर सकते हैं। उनके पास यह विकल्प है।

लेकिन अब वॉट्सऐप यह काम जल्द ही अपने आप कर लेगा। व्हाट्सएप स्वचालित रूप से उन समूहों को म्यूट कर देगा जिनमें 256 से अधिक लोग होंगे। यह फीचर स्टेबल वर्जन में कब आएगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

वायरलेस चार्जिंग और ब्लूटूथ कॉलिंग के साथ Pebble Smartwatch लॉन्च 

रविवार, 13 नवंबर 2022

Vivah Panchami 2022 सुखी वैवाहिक जीवन के लिए जानें महत्व

नवंबर 13, 2022 0

Vivah Panchami 2022: सुखी वैवाहिक जीवन के लिए विवाह पंचमी के दिन करें इन मंत्रों का जाप, जानें महत्व



हिंदू धर्म में विवाह पंचमी का महत्व बहुत अधिक है। हर साल यह तिथि मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन माता सीता का स्वयंवर आयोजित किया गया था और उन्होंने भगवान श्रीराम को वरमाला पहनाकर उन्हें वर के रूप में चुना था। इस तिथि को हिंदू धर्म में श्री राम-सीता के विवाह पर्व के रूप में मनाया जाता है और लोग इनकी शादियों का आयोजन भी अपने घरों में करते हैं।

इस साल विवाह पंचमी का पर्व 28 नवंबर को मनाया जाएगा. मान्यता है कि अगर शादीशुदा जोड़े अपने घर में भगवान श्रीराम का आयोजन और पूजा करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय हो जाता है. इतना ही नहीं इस दिन किए गए कुछ विशेष उपाय जीवन में समृद्धि लाते हैं और कुछ विशेष मंत्रों के जाप से सभी संकट दूर हो जाते हैं। 


विवाह पंचमी के दिन क्या करें

मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन माता सीता सहित भगवान श्री राम की पूजा करने वाले विवाहित जोड़े के जीवन में कभी भी मनमुटाव नहीं होता है। यह भी माना जाता है कि इस दिन यदि अविवाहित लोग अच्छे वर की प्राप्ति के लिए विशेष पूजा करते हैं तो उन्हें भी जल्द ही अच्छा जीवनसाथी मिल जाता है।


इस दिन यदि व्रत के साथ पूजा भी की जाए तो उसे पूजा का दोगुना फल मिलता है। अगर आप इस दिन घर में विधि-विधान से राम विवाह का आयोजन करते हैं तो इसका फल आपके वैवाहिक जीवन पर भी पड़ता है और हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।


रामचरितमानस का पाठ करें

एक अन्य पौराणिक मान्यता के अनुसार रामचरित मानस की रचना भी विवाह पंचमी के दिन ही की गई थी। इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। माना जाता है कि इस दिन यदि आप घर में रामचरित मानस का पाठ करते हैं तो आपके जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है और सुख-समृद्धि के मार्ग खुले रहते हैं। जो माताएं इस दिन रामचरित मानस का पाठ करती हैं, उनकी संतान को भी जीवन में हमेशा सफलता मिलती है।

विवाह पंचमी के दिन इन मंत्रों का जाप करें

इस दिन अगर आप भगवान श्री राम के विशेष मंत्र 'श्री राम जय राम जय जय राम' का 108 बार जाप करते हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में कभी भी परेशानी नहीं आएगी।

मनोकामना पूर्ति के लिए करें इन मंत्रों का जाप

श्री रामचंद्राय नमः ||

राम रामेति रामेति रामे मनोरमे।

सहस्त्र नाम तत्तून्यम राम नाम वरानी ||

नाम पहारु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट ||


विवाह पंचमी के उपाय

इस दिन विवाहित जोड़े को लाल या पीले वस्त्र धारण कर माता सीता सहित भगवान श्री राम की पूजा करनी चाहिए। इस दिन पूजा के दौरान राम जी को चंदन और माता सीता को सिंदूर का तिलक लगाएं। 


विवाहित जोड़े को श्रीराम-सीता की संयुक्त रूप से पूजा करनी चाहिए। इससे इनके जीवन में कभी कोई परेशानी नहीं आती और रिश्ता मजबूत होता है।

यदि आप विवाह पंचमी के दिन सत्यनारायण की कथा सुनते हैं तो भी आपका वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहता है। विवाह पंचमी के दिन किए गए विशेष उपाय आपके जीवन में समरसता बनाए रखने में मदद करेंगे।

शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

Saubhagya Sundari व्रत तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व

नवंबर 11, 2022 0

सौभाग्य सुंदरी व्रत 2022: जानिए कब है सौभाग्य सुंदरी व्रत; तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व



सौभाग्य सुंदरी व्रत: सौभाग्य सुंदरी व्रत का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है. यह व्रत हर साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया को किया जाता है. जो इस बार 11 नवंबर को रखा जाएगा। इस दिन देवी पार्वती और बोनाथ की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो विवाहित महिलाएं इस व्रत को करती हैं उन्हें अखंड सौभाग्य और सुंदरता का आशीर्वाद मिलता है। पूजा मुहूर्त और सौभाग्य सुंदरी व्रत का महत्व...

पंचांग के अनुसार इस वर्ष मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 10 नवंबर को शाम 06.31 बजे से शुरू हो रही है और अगले दिन 11 नवंबर को रात 8.17 बजे समाप्त होगी. इसलिए उदयतिथि के अनुसार सौभाग्य सुंदरी का व्रत 11 नवंबर को रखा जाएगा.


पूजा का शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त: सुबह 9.22 से 10.43 बजे तक

शुभ मुहूर्त दोपहर में: दोपहर 12:4 बजे से दोपहर 1:25 बजे तक

स्नान के पानी में कुछ चीजों को मिलाया जाए तो भाग्य उदय हो सकता है. 

2 शुभ योग बन रहे हैं

भविष्य पंचांग के अनुसार इस वर्ष सौभाग्य सुंदरी व्रत पर शिव योग और सिद्ध योग बन रहे हैं। शिव योग सुबह से रात 09:30 बजे तक है। इसके बाद सिद्धयोग शुरू होगा। शुभ कार्यों के लिए शिव और सिद्ध योग को शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन का महत्व विशेष बढ़ गया है।

अगर हो रही है पैसों की कमी और आर्थिक तंगी तो अपनायें ये उपाय |

महत्व और पूजा की विधि

इस दिन सुबह जल्दी उठकर साफ कपड़े पहनें। साथ ही पूजा स्थल पर रखी चौकी पर माता पार्वती और भोलेनाथ की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद उनका षोडशोपचार करें। भगवान शिव को भांग, धतूरा और बेलपत्र चढ़ाएं। सौभाग्य सुंदरी व्रत पति की लंबी उम्र और सौभाग्य के लिए रखा जाता है। 

इस दिन देवी पार्वती को मिठाई का भोग लगाया जाता है। साथ ही भगवान शिव का अभिषेक भी किया जाता है। इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन की परेशानियां दूर होती हैं और सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

रविवार, 6 नवंबर 2022

Chandra Grahan साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बदल देगा इन राशियों की किस्मत

नवंबर 06, 2022 0

चंद्र ग्रहण राशिफल: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बदल देगा इन राशियों की किस्मत




चंद्र ग्रहण 2022: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक मास की पूर्णिमा यानी 8 नवंबर को लगेगा. यह आंशिक रूप से भारत समेत कई देशों में देखा जा सकेगा. सूतक सुबह 8.20 से शुरू होगा। इस दौरान धार्मिक या शुभ कार्य नहीं किए जाएंगे। कई राशियों पर भी इसके प्रभाव की संभावना है। भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण दोपहर 2:41 बजे से शुरू होगा और शाम 6.18 बजे मोक्ष होगा।

भारत में यह शाम 5:32 बजे से शाम 6.18 बजे तक ही दिखाई देगा। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि में लगेगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्र ग्रहण का सभी राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं, सभी 12 राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव-

मेष- मन में आशा और निराशा के भाव आ सकते हैं. मन की शांति के लिए प्रयास करें। नौकरी में अधिकारियों के साथ अनावश्यक बहस से बचें। आत्मविश्वास ऊंचा रहेगा, लेकिन बातचीत में संयमित रहें। वाहन सुख में वृद्धि हो सकती है। परिवार में धार्मिक कार्यक्रम हो सकते हैं।

वृष- आत्मविश्वास की कमी रहेगी. धर्म के प्रति समर्पण बढ़ सकता है। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चिकित्सा खर्च बढ़ सकता है। कोई मित्र आ सकता है। वस्त्र भेंट किए जा सकते हैं। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

मिथुन- मन भी परेशान हो सकता है. आत्मनिर्भर बनें। नौकरी में बदलाव के अवसर मिल सकते हैं। अत्यधिक क्रोध से बचें। नौकरी में उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। दूसरी जगह भी जाना पड़ सकता है। व्यापार में उन्नति के योग हैं। आत्मविश्वास भरपूर रहेगा।

कर्क- काम के प्रति उत्साह और उत्साह रहेगा. माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। वाहन सुख में कमी आ सकती है। संतान से शुभ समाचार मिल सकता है। बातचीत में संतुलित रहें। मित्रों का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

सिंह- मन में निराशा और असंतोष रहेगा. व्यापार में वृद्धि होगी। काम ज्यादा होगा। लाभ के भी अवसर प्राप्त होंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। पढ़ाई में रुचि रहेगी, लेकिन शैक्षणिक कार्यों में रुकावटें भी आ सकती हैं। संतान को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है।

कन्या- मन में प्रसन्नता का भाव रहेगा. बातचीत में संतुलित रहें। बौद्धिक कार्य धन कमाने का साधन बन सकते हैं। दिनचर्या में खलल पड़ सकता है। माता को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होगी। कार्यक्षेत्र में मुश्किलें आ सकती हैं। भाइयों से विवाद हो सकता है।


तुला- मन परेशान हो सकता है. आत्मनिर्भर बनें। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। मित्रों का सहयोग मिलेगा। कला और संगीत में रुचि बढ़ेगी। वाणी में नरमी रहेगी, लेकिन स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी रहेगा। खर्चे ज्यादा रहेंगे।

वृश्चिक- स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। पारिवारिक समस्याओं पर ध्यान दें। आमदनी में कमी और अधिक खर्च की स्थिति बनेगी। भाइयों से वैचारिक मतभेद रहेगा। नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। किसी अन्य स्थान पर जा सकते हैं। संतान के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित रहेंगे।

धनु- आत्मविश्वास की कमी रहेगी. मन अशांत रहेगा। मन की शांति के लिए प्रयास करें। मित्र के सहयोग से आय में वृद्धि हो सकती है। पारिवारिक समस्याओं को सुलझाने में पिता का सहयोग मिल सकता है। ख़र्चों की अधिकता से मन अशांत रह सकता है। विवाद हो सकते हैं।

मकर- मन प्रसन्न रहेगा। आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। भवन सुख में वृद्धि हो सकती है। मन में आशा और निराशा के मिश्रित भाव बने रहेंगे। कार्यक्षेत्र में प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। उच्च अधिकारियों से विवाद हो सकता है।

कुंभ- कला या संगीत में रुचि बढ़ सकती है. परिवार में धार्मिक-धार्मिक कार्य हो सकते हैं। उपहार के रूप में वस्त्र मिल सकते हैं। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। किसी मित्र की मदद से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। सम्मान मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।


मीन- मन की शांति रहेगी। बातचीत में संतुलन बनाए रखें। पारिवारिक समस्याओं पर ध्यान दें। सेहत को लेकर परेशानी हो सकती है। आत्मविश्वास की कमी रहेगी। परिवार में धार्मिक कार्यक्रम हो सकते हैं। मित्रों का सहयोग मिलेगा। किसी संपत्ति से आय का स्रोत बनेगा।

Lunar eclipse जानिए सूतक काल का समय और क्या नहीं करना चाहिए?

नवंबर 06, 2022 0

08 नवंबर को लगेगा चंद्र ग्रहण

जानिए सूतक काल का समय और क्या नहीं करना चाहिए?




चंद्र ग्रहण 2022: मंगलवार, 08 नवंबर को चंद्र ग्रहण है. यह कार्तिक पूर्णिमा पर होने जा रहा है। यह साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण है। यह चंद्र ग्रहण देश के कई हिस्सों में आंशिक रूप से दिखाई देगा, जबकि पूर्वी हिस्सों में यह स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। स्थान और समय के आधार पर चंद्र ग्रहण के शुरुआती समय में अंतर हो सकता है, लेकिन यह हर जगह एक ही समय पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के समय से 09 घंटे पहले शुरू हो जाता है. जिस स्थान पर ग्रहण का समय शुरू होगा, वहां सूतक काल की गणना 09 बजे से पहले कर लेनी चाहिए।

चंद्र ग्रहण 2022 का समय


दिल्ली में 08 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण का समय शाम 05.32 बजे है. इस समय से चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा और शाम 06:18 बजे समाप्त होगा। ग्रहण की शुरुआत से मोक्ष तक के समय को ग्रहण काल ​​कहा जाता है।




चंद्र ग्रहण 2022 सूतक काल


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक काल 09 घंटे पहले शुरू होगा। ऐसे में 08 नवंबर को चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 09.21 बजे से शुरू होगा. स्थान के आधार पर सूतक काल के आरंभिक समय में अंतर होता है।


यह ग्रहण कार्तिक पूर्णिमा को पड़ रहा है। कार्तिक पूर्णिमा 07 नवंबर को शाम 04:15 बजे से 08 नवंबर को शाम 04:31 बजे तक चलेगी।




1. सूतक काल में सभी प्रकार के शुभ एवं मांगलिक कार्य न करें। ये वर्जित हैं। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है।


2. इस दौरान पूजा और धार्मिक कार्य बंद रहते हैं। सूतक काल में मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।


3. सूतक काल में भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस समय का भोजन दूषित हो जाता है।


4. इस दौरान सोना भी वर्जित है। लेकिन मरीजों, बच्चों और बुजुर्गों को इससे छूट दी गई है।


5. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय और सूतक काल में घर से बाहर निकलने की मनाही होती है और उन्हें नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

Maskchat Hidechat ऐप का इस्तेमाल करें साथवाला नहीं देख पाएगा चैट

नवंबर 06, 2022 0

मास्कचैट हिडचैट ऐप का इस्तेमाल करें, इसके बगल में बैठा व्यक्ति भी चैट नहीं देख पाएगा


व्हाट्सएप दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला प्लेटफॉर्म है। हम अपना ज्यादातर समय व्हाट्सएप पर बिताते हैं। अब आप व्हाट्सएप के जरिए भी बिजनेस कर सकते हैं। हालांकि कई बार जब हम मेट्रो या ट्रेन में सफर कर रहे होते हैं तो हमें पता ही नहीं चलता कि आसपास बैठे लोग आपके मोबाइल फोन में झांक रहे हैं। हम नहीं चाहते कि हमारे बगल वाला व्यक्ति हमारी चैट पढ़े। ऐसे में कई बार दिमाग में यह ख्याल भी आता है कि काश कोई ऐसा व्हाट्सएप फीचर होता कि हमारे बगल में बैठे व्यक्ति को हमारी व्हाट्सएप चैट नजर नहीं आती।


हालांकि, अब यह संभव है। हम आपके लिए एक खास ट्रिक लेकर आए हैं। इसकी मदद से आप सार्वजनिक स्थान पर बिना किसी टेंशन के WhatsApp का इस्तेमाल कर पाएंगे और आपके बगल में बैठे व्यक्ति को कुछ भी दिखाई नहीं देगा. तो आइए जानते हैं कि कैसे आप इस ऐप की मदद से व्हाट्सएप चैट को लोगों की नजरों से छिपा सकते हैं।


WhatsApp के जरिए भेजने पर खराब हो जाती है Photo Quality? करें ये settings 


डाउनलोड करें मास्कचैट व्हाट्सएप के लिए हिडचैट ऐप

अगर आप चाहते हैं कि कोई आपकी चैट न पढ़े तो इसके लिए आपको एक ऐप इंस्टॉल करना होगा। इस ऐप का नाम है मास्कचैट-हिडेचैट। इसे आप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। Play Store पर आपको Maskchat के नाम से कई ऐप दिखाई देंगे. इस ऐप के प्रीमियम वर्जन को इस्तेमाल करने के लिए सब्सक्रिप्शन लेना होता है।


मास्कचैट-हिडेचैट ऐप कैसे काम करता है


मास्कचैट हिडेचैट व्हाट्सएप के जरिए फ्लोटिंग मास्क आइकन शो होगा। अगर आप चैट को पब्लिक में प्रोटेक्ट करना चाहते हैं तो फ्लोटिंग आइकॉन पर क्लिक करें। यह वॉलपेपर को स्क्रीन पर रखता है और आपका संदेश आसपास के लोगों को दिखाई नहीं देता है। व्हाट्सएप के अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे अन्य प्लेटफॉर्म के लिए भी मास्कचैट-हिडचैट का इस्तेमाल किया जा सकता है।

क्या आपके Smartphone में भी है Virus? इन तरीकों से पाएं छुटकारा