उत्तराखंड के किसानों के लिए पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त: पैसा बढ़ेगा या नहीं? पूरी जानकारी
उत्तराखंड के लाखों किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) का लाभ ले रहे हैं। यह योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई थी, ताकि किसानों को सालाना कुछ वित्तीय सहायता मिल सके। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि 21वीं किस्त में पैसे बढ़ेंगे या नहीं? और उत्तराखंड के किसानों को इस बार क्या करना होगा?
आइए जानते हैं पूरी जानकारी, उत्तराखंड के संदर्भ में।
उत्तराखंड में कितने किसानों को फायदा मिल रहा है?
उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है जहां अधिकतर किसान सीमांत और छोटे किसान हैं। प्रदेश के लाखों किसान इस योजना से जुड़े हैं और हर साल ₹6,000 की आर्थिक मदद सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचती है।
अब तक 20 किस्तें आ चुकी हैं, और 21वीं किस्त का इंतजार हो रहा है।
क्या इस बार राशि बढ़ेगी?
सरकार ने अब तक किस्त की रकम में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी पहले की तरह 21वीं किस्त भी ₹2,000 ही रहेगी। संसद में सरकार ने साफ कहा है कि फिलहाल योजना की राशि ₹6,000 सालाना से बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
उत्तराखंड के किसानों के लिए भी यही स्थिति लागू होती है।
21वीं किस्त कब तक आ सकती है?
अगर पिछले वर्षों की किश्तों को देखें, तो अनुमान है कि अक्टूबर 2025 के आसपास यह किस्त जारी हो सकती है। हालांकि यह तारीख सरकार की आधिकारिक घोषणा के बाद ही पक्की मानी जा सकती है।
किसानों को सलाह है कि वे पहले से ही अपने दस्तावेज पूरे रखें ताकि पैसा समय पर खाते में आ सके।
उत्तराखंड के किसानों को क्या करना होगा?
21वीं किस्त पाने के लिए उत्तराखंड के किसानों को कुछ ज़रूरी काम करने होंगे:
1. e-KYC कराना जरूरी
अगर आपने अभी तक e-KYC नहीं कराई है, तो CSC केंद्र या मोबाइल से खुद जाकर इसे पूरा कर लें। बिना इसके पैसा नहीं आएगा।
2. बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए
आपका बैंक खाता आधार कार्ड से जुड़ा होना चाहिए, नहीं तो DBT (Direct Benefit Transfer) रुक सकता है।
3. भूमि का सत्यापन
उत्तराखंड सरकार ने ज़मीन से जुड़े रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। आपकी जमीन का रिकॉर्ड सही और अपडेटेड होना चाहिए।
4. Farmer ID बनवाना जरूरी
अब केंद्र सरकार Farmer ID अनिवार्य करने जा रही है, इसलिए उत्तराखंड के किसान भी इसे जल्द बनवा लें।
अगर किस्त नहीं आई तो क्या करें?
अगर आपकी पिछली किस्तें रुकी हैं या 21वीं किस्त नहीं आती है, तो आप:
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https://pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाकर “Beneficiary Status” चेक करें।
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नजदीकी CSC केंद्र या कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क करें।
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उत्तराखंड के किसान हेल्पलाइन नंबर 1800-180-1551 पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं।
राज्य सरकार की भूमिका
उत्तराखंड सरकार केंद्र की योजना को लागू करने में सक्रिय रही है। सरकार डिजिटल भूमि रिकॉर्ड, किसान रजिस्ट्रेशन, और PM-Kisan पोर्टल अपडेट के कार्यों पर लगातार काम कर रही है।
यदि राज्य सरकार चाहे, तो वह अपने स्तर पर अतिरिक्त मदद की योजना ला सकती है, जैसा कि कुछ अन्य राज्यों (जैसे राजस्थान) ने किया है। लेकिन फिलहाल ऐसी कोई घोषणा उत्तराखंड सरकार ने नहीं की है।
योजना से बाहर होने से कैसे बचें?
कई बार किसान बिना जानकारी के योजना से बाहर हो जाते हैं। इससे बचने के लिए:
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समय-समय पर पोर्टल पर अपनी स्थिति चेक करते रहें।
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हर साल जमीन और आधार संबंधित जानकारी अपडेट करें।
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e-KYC पूरा रखें।
निष्कर्ष
उत्तराखंड के किसानों को 21वीं किस्त अक्टूबर 2025 तक मिलने की उम्मीद है, और यह किस्त ₹2,000 की ही होगी। राशि बढ़ाने का कोई निर्णय सरकार ने नहीं लिया है, लेकिन आने वाले समय में इस पर विचार हो सकता है।
तब तक जरूरी है कि किसान अपने दस्तावेज पूरे रखें, e-KYC और आधार लिंकिंग समय से करें और पोर्टल पर अपनी स्थिति चेक करते रहें।
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