गुरुवार, 2 नवंबर 2023

जाने क्या Electronics Products का काम Rahu से संबंधित है?

नवंबर 02, 2023 0





ज्योतिष में, राहु को भ्रम, छल, अप्रत्याशित घटनाओं और रहस्यों का कारक माना जाता है। इलेक्ट्रॉनिक्स एक ऐसा क्षेत्र है जो इन सभी चीजों से संबंधित है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अक्सर रहस्यमय और अप्रत्याशित तरीके से काम करते हैं। वे अक्सर नई और अनोखी तकनीकों का उपयोग करते हैं। और वे अक्सर रहस्यमय शक्तियों और रहस्यों से जुड़े होते हैं।

इसलिए, यह कहना उचित है कि इलेक्ट्रॉनिक का काम राहू से संबंधित है। राहु के प्रभाव में, एक व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक्स में विशेष रुचि और प्रतिभा विकसित कर सकता है। वह नए और अनोखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और तकनीकों का आविष्कार कर सकता है। और वह इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है।

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हालांकि, राहु के नकारात्मक प्रभावों के कारण, एक व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक्स में नुकसान भी उठा सकता है। वह इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ दुर्घटना का शिकार हो सकता है। या वह इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में धोखाधड़ी या अन्य अपराधों में शामिल हो सकता है।

कुल मिलाकर, इलेक्ट्रॉनिक का काम राहू से संबंधित है। राहु के प्रभाव में, एक व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक्स में सफलता प्राप्त कर सकता है, लेकिन उसे नकारात्मक प्रभावों से भी सावधान रहना चाहिए।

यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं कि कैसे इलेक्ट्रॉनिक का काम राहू से संबंधित हो सकता है:

  • एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर जो नए और अनोखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और तकनीकों का आविष्कार करता है, वह राहु के प्रभाव में हो सकता है।
  • एक कंप्यूटर प्रोग्रामर जो कंप्यूटर वायरस या अन्य हानिकारक सॉफ़्टवेयर बनाता है, वह राहु के प्रभाव में हो सकता है।
  • एक जासूस या गुप्तचर जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करके गुप्त जानकारी एकत्र करता है, वह राहु के प्रभाव में हो सकता है।

अंततः, यह व्यक्ति पर निर्भर है कि वह राहु के प्रभाव का उपयोग कैसे करता है। राहु एक शक्तिशाली ग्रह है जो जातक के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।

राहू को ज्योतिष में एक छाया ग्रह माना जाता है। यह सूर्य और चंद्रमा की परिक्रमा करते समय उनके बीच बनने वाले बिन्दु के स्थान पर होता है। राहू को भ्रम, छल, अप्रत्याशित घटनाओं और रहस्यों का कारक माना जाता है।

राहु से संबंधित कोण निम्नलिखित हैं:

  • उत्तर-पश्चिम दिशा (नैऋत्य) - राहु को नैऋत्य दिशा का स्वामी माना जाता है। यह दिशा विदेश यात्रा, विदेशी व्यापार, रहस्यमय शक्तियों, गुप्तचरों, जासूसों, आदि से संबंधित है।
  • षष्ठ भाव - षष्ठ भाव रोग, शत्रु, कर्ज, आदि का भाव है। राहु इस भाव का स्वामी भी है। इसलिए राहु षष्ठ भाव में होने पर जातक को रोग, शत्रु, और कर्ज की समस्या हो सकती है।
  • अष्टम भाव - अष्टम भाव मृत्यु, गुप्त धन, आदि का भाव है। राहु इस भाव का स्वामी भी है। इसलिए राहु अष्टम भाव में होने पर जातक को रहस्यमय घटनाओं, गुप्त ज्ञान, और अचानक धन प्राप्ति आदि का अनुभव हो सकता है।

राहु की दृष्टि से भी जातक के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। राहु की दृष्टि जिस भाव पर होती है, उस भाव से संबंधित क्षेत्र में जातक को उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है।

राहु से संबंधित कुछ अन्य काम निम्नलिखित हैं:

  • राहु ग्रह से जुड़े लोग अक्सर रहस्यमय और अप्रत्याशित चीजों में रुचि रखते हैं।
  • वे अक्सर नए और अनोखे विचारों को लेकर आते हैं।
  • वे अक्सर साहसी और जोखिम लेने वाले होते हैं।
  • वे अक्सर रहस्यमय शक्तियों और रहस्यों में रुचि रखते हैं।

राहु एक शक्तिशाली ग्रह है जो जातक के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। राहु की स्थिति और दृष्टि के आधार पर जातक के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।

कच्‍चे आम से बनाइये चटपटा Mango Rice Pulaw

नवंबर 02, 2023 0
कच्‍चे आम से बनाइये चटपटा Mango Rice Pulaw
गर्मियों का मौसम आम से भर जाता है। इन दिनों मार्केट में काफी कच्‍चे आम दिखाई दे रहे हैं। तो ऐसे में घर पर ना केवल हरे आम की चटनी ही बनाई जा सकती है बल्‍कि आप मैंगो राइस भी बना सकती हैं। जी हां, कच्‍चे आम से तैयार मैंगो राइस पुलाव बेहद स्‍वादिष्‍ट होता है।
ग्रीन मैंगो राइस काफी चटपटा होता है। आप इसे केवल 20 मिनट में बना सकती हैं। इसे बानने के लिये आइये देखते हैं एक सिंपल सी विधि।
Exotic Green Mango Rice Pulav Recipe
कितने- 3
तैयारी में समय- 15 मिनट
पकाने में समय- 20 मिनट
सामग्री-
  • चावल- 1 1/2 कप पका हुआ
  • कच्‍चा आम- 1 घिसा हुआ
  • मूंगफली- 3 चम्‍मच
  • हल्‍दी पावडर- 1/2 चम्‍मच
  • धनिया पावडर- 1/2 चम्‍मच
  • काली मिर्च पावडर- 1/2 चम्‍मच
  • नींबू का जूस- 1 चम्‍मच
  • कडी पत्‍ती- मुठ्ठीभर
  • राई- 1 चम्‍मच
  • लाल मिर्च - 2
  • पानी- 1/2 कप
  • तेल- 1 चम्‍मच
  • नमक- स्‍वादअनुसार
  • धनिया पत्‍ती- 2 चम्‍मच
विधि-
  1. एक पैन में तेल गरम कीजिये, उसमें कडी पत्‍ती, राई और लाल मिर्च डाल कर छौंकिये।
  2. फिर उसमें मूंगफली के दाने डाल कर चलाइये। आंच को मध्‍यम रखें।
  3. फिर हल्‍दी पावडर, धनिया पाउडर, मिर्च पावडर और नमक डाल कर चलाइये।
  4. जब सामग्री हल्‍की पक जाए तब उसमें घिसा कच्‍चा आम डालिये। इन्‍हें अच्‍छी तरह से फ्राई कीजिये और फिर 2 चम्‍मच पानी डालिये।
  5. 7 मिनट के बाद सामग्री को चलाइये और उसमें पका हुआ चावल डाल कर मिक्‍स कीजिये।
  6. पैन को कुछ देर के लिये ढंक दें। फिर 5 मिनट के लिये ढक्‍कन हटाइये और ऊपर से नींबू का रस मिक्‍स कीजिये।
  7. आंच बंद कर दें और चावल को हरी धनिया से गार्निश कर के सर्व करें।

शनिवार, 28 अक्टूबर 2023

Raat Ko Dahi न खाने का जानिये क्या है आयुर्वेदिक कारण

अक्टूबर 28, 2023 0
Raat Ko Dahi न खाने का जानिये क्या है आयुर्वेदिक कारण
वैसे तो दही सबके लिये फायदेमंद होती है लेकिन आयुर्वेद के अनुसार इसे रात को खाने से बचना चाहिये। रात के वक्‍त दही शरीर में कफ दोष बढ़ाती है
आयुर्वेद की माने तो रात के वक्‍त हमारे शरीर में कफ की प्राकृतिक प्रबलता बढ जाती है। इसलिये रात को दही का सेवन नहीं करना चाहिये क्‍योंकि यह समस्‍या को और भी ज्‍यादा बढा देगी जिससे पेट का रोग होगा।

Curd At Night
दही टेस्‍ट में खट्टी, तासीर में गर्म और पचाने में भारी होती है। यह वसा, ताकत, कफ, पित्त, पाचन शक्ति बढ़ाती है। शरीर में यदि सूजन आदि हो तो, दही खाने से हमेशा बचना चाहिये क्‍योंकि यह सूजन को और भी ज्‍यादा बढ़ा देती हैध्‍यान दें, कि यह बात केवल खट्टी दही खाने के बारे में कही जा रही है
खट्टी दही को कभी भी गरम कर के नहीं खाना चाहिये। दही को ना केवल रात में ही बल्‍कि बसंत में भी नहीं खाना चाहिये।
पेट की समस्‍या हो या फिर पेशाब से संबन्‍धित समस्‍या, दही को शहद, घी, चीनी और आंवले के साथ खाने पर राहत मिलती है।
आयुर्वेद के नियम के अनुसार दही को जितना हो सके रात में खाने से बचना चाहिये। पर अगर आप को दही खानी ही खानी है तो दही खाते वक्‍त उसमें चुटकी भर काली मिर्च पावडर मिला लेना चाहिये। आप इसमें मेथी पावडर भी मिला सकते हैं। यह पेट से संबन्‍धित रोगों को भी दूर कर देगी।
रात को दही में शक्‍कर मिला कर बिल्‍कुल भी ना खाएं। दही की जगह पर आप बटर मिल्‍क यानी मठ्ठा या छाछ का सेवन करें तो अति उत्‍तम होगा।