# मनीला देवी मंदिर
मनीला देवी मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो कत्यूरी वंश की पारिवारिक देवी मनीला देवी को समर्पित है। यह भारत के उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में स्थित है। यह एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है और इसकी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए एक पर्यटक आकर्षण है।
## स्थान और पहुंच
मंदिर 1,820 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो देवदार, देवदार, बुरांश और बाज के पेड़ों से घिरा हुआ है। यह पंचाचूली, नंदादेवी और त्रिशूल की बर्फ से ढकी चोटियों के मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। मनीला दिल्ली से लगभग 365 किमी, रानीखेत से 85 किमी, रामनगर से 75 किमी और मारचुला से 45 किमी दूर है। इन जगहों से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो लगभग 145 किमी दूर है। निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है, जो लगभग 170 किमी दूर है।
## इतिहास और वास्तुकला
मंदिर का निर्माण कत्यूरी राजा ब्रह्मदेव ने 1488 ईस्वी में करवाया था। यह दुर्गा और विष्णु की काले पत्थर की मूर्तियों के साथ वास्तुकला की कत्यूरी शैली में निर्मित है। 1977-78 में मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया था। मनीला देवी के दो मंदिर हैं: मल्ला मनीला (ऊपरी मनीला) और तल्ला मनीला (निचला मनीला)। एक पौराणिक कथा के अनुसार एक बार कुछ व्यापारियों ने मनीला देवी की मूर्ति को चुराने की कोशिश की लेकिन असफल रहे। इस प्रक्रिया में मूर्ति का एक हाथ टूट गया और वे उसे अपने साथ ले गए। हालाँकि, हाथ इतना भारी हो गया कि उन्हें इसे पीछे छोड़ना पड़ा। उस हाथ को तल्ला मनीला के रूप में पूजा जाता है।
## त्यौहार और अनुष्ठान
मंदिर में साल भर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन विशेष रूप से नवरात्रि और दशहरा के दौरान। नवरात्रि के दौरान अष्टमी पर मनीला में एक मेला आयोजित किया जाता है। मंदिर बसंत पंचमी, होली, जन्माष्टमी और दिवाली भी बड़े उत्साह के साथ मनाता है। भक्त देवी को प्रार्थना, फूल, फल और मिठाई चढ़ाते हैं और उनका आशीर्वाद मांगते हैं।
## आस-पास के आकर्षण
मनीला एक प्रकृति प्रेमी का स्वर्ग है और ट्रेकिंग और कैम्पिंग के लिए एक अच्छा आधार है। आसपास के कुछ आकर्षण हैं:
- **धोकाने जलप्रपात**: मनीला गांव से लगभग 3 किमी की दूरी पर स्थित एक सुंदर जलप्रपात। यह पिकनिक मनाने और आराम करने के लिए एक अच्छी जगह है।
- **द्वाराहाट**: मनीला से लगभग 35 किमी दूर स्थित एक ऐतिहासिक शहर। यह अपने प्राचीन मंदिरों और कत्यूरी और चंद राजवंशों के स्मारकों के लिए जाना जाता है।
- **रानीखेत**: मनीला से करीब 85 किमी दूर स्थित एक हिल स्टेशन। यह हिमालय के मनोरम दृश्यों, गोल्फ कोर्स, बागों और सेना संग्रहालय के लिए प्रसिद्ध है।
- **रामनगर**: मनीला से लगभग 75 किमी दूर स्थित एक कस्बा। यह जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का प्रवेश द्वार है, जो भारत का सबसे पुराना और सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव अभ्यारण्य है।
- **मार्चुला**: मनीला से लगभग 45 किमी दूर स्थित एक गांव। यह रामगंगा नदी के किनारे बसा हुआ है और मछली पकड़ने, राफ्टिंग और वन्य जीवन देखने के अवसर प्रदान करता है।
## सारांश
मनीला देवी मंदिर उत्तराखंड में कत्यूरी वंश का एक पवित्र मंदिर है। यह ऊंचाई पर स्थित है और हिमालय की चोटियों के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। मंदिर का एक समृद्ध इतिहास और इससे जुड़ी पौराणिक कथा है। यह अपनी आध्यात्मिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करता है।
| विषय | विवरण |
| नाम | मनीला देवी मंदिर |
| स्थान | उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले का सल्ट क्षेत्र |
| ऊंचाई | 1,820 मीटर |
| दूरी | दिल्ली से 365 किमी, रानीखेत से 85 किमी, रामनगर से 75 किमी, मारचुला से 45 किमी |
| निकटतम रेलवे स्टेशन | काठगोदाम (145 किमी) |
| निकटतम हवाई अड्डा | पंतनगर (170 किमी) |
| द्वारा निर्मित | 1488 ई. में कत्यूरी राजा ब्रह्मदेव |
| वास्तुकला | काले पत्थर की मूर्तियों के साथ कत्यूरी शैली |
| त्यौहार | नवरात्रि, दशहरा, बसंत पंचमी, होली, जन्माष्टमी, दिवाली |
| आसपास के आकर्षण | ढोकणे जलप्रपात, द्वाराहाट, रानीखेत, रामनगर, मारचुला |
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