PNB बैंक से म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें – सम्पूर्ण जानकारी
म्यूचुअल फंड क्या होता है?
म्यूचुअल फंड एक सामूहिक निवेश योजना है जिसमें कई निवेशकों का पैसा इकट्ठा करके एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा शेयर बाजार, बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियाँ आदि में निवेश किया जाता है। यह उन लोगों के लिए अच्छा माध्यम है जो सीधे शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते।
PNB बैंक से म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें?
1. बैंक शाखा के माध्यम से (ऑफलाइन प्रक्रिया):
- अपने नजदीकी PNB बैंक शाखा में जाएँ।
- म्यूचुअल फंड निवेश हेतु फॉर्म लें।
- अपनी पहचान और पते के दस्तावेज (आधार, पैन कार्ड) दें।
- KYC प्रक्रिया पूरी करें।
- बैंक अधिकारी आपकी मदद करेंगे।
2. नेट बैंकिंग के माध्यम से (ऑनलाइन प्रक्रिया):
- PNB की वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करें।
- “म्यूचुअल फंड” सेक्शन में जाएं और योजना चुनें।
- ऑनलाइन भुगतान करके निवेश करें।
3. एएमसी ऐप या वेबसाइट के माध्यम से:
PNB बैंक विभिन्न म्यूचुअल फंड कंपनियों की योजनाएं प्रदान करता है जैसे:
- SBI Mutual Fund
- HDFC Mutual Fund
- ICICI Prudential Mutual Fund
- UTI Mutual Fund
PNB से मिलने वाले म्यूचुअल फंड के प्रमुख प्रकार
PNB खुद म्यूचुअल फंड नहीं बनाता, बल्कि PNB MetLife और अन्य कंपनियों की योजनाएं वितरित करता है:
1. इक्विटी म्यूचुअल फंड
शेयर बाजार में निवेश, उच्च जोखिम और उच्च लाभ की संभावना। दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त (5 वर्ष या अधिक)।
2. डेट म्यूचुअल फंड
सरकारी बॉन्ड और फिक्स्ड इनकम साधनों में निवेश। जोखिम कम और स्थिर रिटर्न। 1-3 वर्ष की अवधि के लिए।
3. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड
इक्विटी और डेट का मिश्रण, मध्यम जोखिम और संतुलित लाभ। 3-5 वर्षों के लिए उपयुक्त।
4. टैक्स सेविंग फंड (ELSS)
80C के तहत ₹1.5 लाख तक टैक्स छूट। 3 वर्ष का लॉक-इन पीरियड।
5. लिक्विड म्यूचुअल फंड
अत्यंत अल्पकालिक जरूरतों के लिए, तुरंत निकासी संभव, एफडी से बेहतर रिटर्न।
कौन-सा म्यूचुअल फंड चुनना चाहिए? (आपके लक्ष्य के अनुसार)
यदि आप दीर्घकालिक धन सृजन करना चाहते हैं, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड उपयुक्त रहेगा। इसमें निवेश की अवधि कम से कम 5 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
यदि आप टैक्स की बचत करना चाहते हैं, तो ELSS टैक्स सेविंग फंड सबसे अच्छा विकल्प है। इसमें 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है और टैक्स छूट मिलती है।
यदि आप नियमित आय की योजना बना रहे हैं, तो डेट म्यूचुअल फंड एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प हो सकता है। यह 1 से 3 वर्षों के लिए उपयुक्त होता है।
यदि आप संतुलित निवेश चाहते हैं तो हाइब्रिड फंड आपके लिए सही रहेगा। इसमें इक्विटी और डेट का मिश्रण होता है और यह मध्यम अवधि (3-5 वर्ष) के लिए उपयुक्त है।
अगर आप आपातकालीन फंडलिक्विड फंड
में निवेश करना बेहतर रहेगा क्योंकि इसमें कभी भी निकासी संभव होती है।👉 यदि आप निवेश में नए हैं, तो हाइब्रिड फंड या ELSS फंड से शुरुआत करना समझदारी होगी।
डायरेक्ट म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें? (बिना ब्रोकर चार्ज के)
डायरेक्ट और रेगुलर फंड में अंतर:
- डायरेक्ट फंड: बिचौलिये (एजेंट/ब्रोकर) नहीं होते, इसलिए रिटर्न ज्यादा मिलता है।
- रेगुलर फंड: एजेंट के जरिए खरीदे जाते हैं, इसमें कमीशन कटता है, इसलिए रिटर्न कम होता है।
डायरेक्ट फंड खरीदने के तरीके:
- AMC की वेबसाइट: जैसे SBI, HDFC, ICICI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं, “Direct Plan” चुनें और निवेश करें।
- MFU India: www.mfuindia.com पर रजिस्टर करें और सभी फंड एक ही जगह से मैनेज करें।
- डायरेक्ट ऐप्स: जैसे Groww, Kuvera, Zerodha Coin, Paytm Money (Direct Plan चुनें)।
KYC आवश्यक है
म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले KYC (Know Your Customer) पूरा करना अनिवार्य है। इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ जरूरी हैं:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
- फोटो
SIP का महत्व
SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश कर सकते हैं। इससे निवेश अनुशासित होता है, बाजार की उतार-चढ़ाव का असर कम होता है और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलता है।
निष्कर्ष
- PNB बैंक के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करना सरल और सुरक्षित है।
- यदि आप बिचौलियों को कमीशन नहीं देना चाहते, तो डायरेक्ट प्लान में निवेश करें।
- अपने वित्तीय लक्ष्य, समय और जोखिम क्षमता के अनुसार फंड का चुनाव करें।
❝ निवेश करें, लेकिन समझदारी से करें। दीर्घकालिक दृष्टिको
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